रेलवे में प्रारंभ हुआ ‘स्वच्छता ही सेवा अभियान’, रेल कर्मियों को दिलाई गई स्वच्छता की शपथ
Cleanliness is Service Campaign started in Railways
इस वर्ष स्वच्छता ही सेवा अभियान की थीम 'स्वभाव स्वच्छता - संस्कार स्वच्छता'
2 अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर मनाया जाएगा ‘स्वच्छ भारत दिवस’
नई दिल्ली। Cleanliness is Service Campaign started in Railways: रेलवे बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और अध्यक्ष सतीश कुमार ने नई दिल्ली में स्थित रेल भवन के कॉन्फ्रेंस हाल में आयोजित कार्यक्रम में रेल कर्मियों को स्वच्छता के प्रति संकल्पित रहने की शपथ दिलाते हुए ‘स्वच्छता ही सेवा अभियान’ की शुरुआत की। भारत सरकार द्वारा इस वर्ष स्वच्छता ही सेवा अभियान की थीम 'स्वभाव स्वच्छता - संस्कार स्वच्छता' रखी गई है। 2 अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जयंती के अवसर पर ‘स्वच्छ भारत दिवस’ मनाया जाएगा।
कार्यक्रम के दौरान सतीश कुमार ने रेलवे के अधिकारियों और कर्मचारियों को स्वच्छता की शपथ दिलाई कि वे अपने घरों, अपने कार्यालयों, अपने आस-पास, अपनी सोसाइटी और अपने देश को स्वच्छ रखेंगे और दूसरों को भी इसके लिए प्रोत्साहित करेंगे। सभी ने शपथ ली कि “महात्मा गांधी ने जिस भारत का सपना देखा था उसमें सिर्फ राजनैतिक आजादी ही नहीं थी, बल्कि एक स्वच्छ एवं विकसित देश की कल्पना भी थी। महात्मा गांधी ने गुलामी की जंजीरों को तोड़कर मां भारती को आजाद कराया, अब हमारा कर्तव्य है कि गंदगी को दूर करके भारत माता की सेवा करें। हम शपथ लेते हैं कि स्वयं स्वच्छता के प्रति सजग रहेंगे और उसके लिए समय देंगे। हम न गंदगी करेंगे और न किसी और को करने देंगे।”
भारतीय रेल द्वारा स्वच्छता ही सेवा अभियान के अंतर्गत देशभर में न केवल रेलवे स्टेशनों पर, बल्कि ट्रेनों, रेलवे कॉलोनियों और उत्पादन इकाइयों में भी साफ-सफाई के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। विदित हो कि रेलवे द्वारा वर्ष 2017 से ही 'स्वच्छता ही सेवा' पखवाड़ा अभियान मनाया जा रहा है। 'स्वच्छता ही सेवा' स्वच्छ भारत मिशन के तहत आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय और पेयजल एवं स्वच्छता विभाग (जल शक्ति मंत्रालय) की एक संयुक्त पहल है। इस वर्ष भी रेलवे द्वारा 'स्वच्छता ही सेवा' अभियान का आयोजन किया गया है।
पिछले वर्ष ‘स्वच्छता ही सेवा’-2023 अभियान के दौरान रेलवे ने लगभग 6,823 रेलवे स्टेशनों पर 70,0000 से अधिक मानव-घंटों के श्रमदान के साथ लगभग 2.5 लाख लोगों को अभियान में शामिल किया था। रेलवे ने स्वच्छता से जुड़ी विभिन्न गतिविधियां आयोजित की थीं। जिसमें बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण अभियान, कचरे की सफाई के साथ सेल्फी प्वाइंट बनाना, रेलवे की वेबसाइट पर ‘स्वच्छता ही सेवा’ लोगो/बैनर लगाना, ट्रेनों/स्टेशनों में कचरे के उचित निपटान के संबंध में यात्रियों को जागरूक करने के लिए नियमित घोषणा करना, जागरूकता बढ़ाने के लिए “स्वच्छ रेल स्वच्छ भारत” के नारे के साथ प्रभात फेरी निकालना, यात्रियों को जागरूक करने के लिए रेलवे स्टेशनों पर गैर सरकारी संगठनों, धार्मिक निकायों और स्कूली बच्चों की मदद से नुक्कड़ नाटक आयोजित करना आदि शामिल है।
इस वर्ष भी स्वच्छ भारत मिशन के शुभारंभ की 10वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में 'स्वच्छता ही सेवा' 2024 अभियान 17 सितम्बर से 'स्वभाव स्वच्छता-संस्कार स्वच्छता' थीम के साथ मनाया जा रहा है। स्वच्छता ही सेवा 2024 की थीम "स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता" पूरे भारत में स्वच्छता के प्रयासों में सामूहिक कार्रवाई और नागरिक भागीदारी की रेलवे की भावना को जागृत करने का प्रयास करती है। स्वच्छता ही सेवा 2024 अभियान 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चलेगा, जिसका समापन स्वच्छ भारत दिवस पर होगा। यह अभियान सभी नागरिकों, भागीदारों और हितधारकों को स्वच्छता से जुड़े प्रयासों में सक्रिय रूप से भाग लेने का अवसर प्रदान करेगा।
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